80+ Baat Nahi Karne Ki Shayari | बात नहीं करने की शायरी

Baat Nahi Karne Ki Shayari : ये दुनिया बड़ी अजीब है। इसमें कई बार हमें वही चीज़े रास्ते पर खड़ी कर देती है जिन्हें हम कहना चाहते हैं, पर हम खामोश रह जाते हैं। बात नहीं करने की एक अजीब सी क्षमता होती है। यह कभी-कभी आवश्यक भी होती है, परंतु वही बातें हमारे अंदर उठती और दबी हुई रह जाती हैं। ऐसे समय में शायरी एक माध्यम बन सकती है जिसके माध्यम से हम अपने भावों को व्यक्त कर सकते हैं।

बात नहीं करने की शायरी (Baat Nahi Karne Ki Shayari) कुछ ऐसी होती है जिसमें हमारी आत्मा की अंतरंगता को छूने की क्षमता होती है। ये शायरी एक राहत की बूंद की तरह होती है जो हमें उस आत्मा की ओर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है। इसके माध्यम से हम अपने अंदर छुपे भावों को स्पष्ट करते हैं और उन्हें आवश्यकता अनुसार व्यक्त करते हैं। ये शायरी हमें अपनी अनुभूतियों को आत्मसात करने का मौका देती है और हमें खुद को समझने की भी क्षमता प्रदान करती है।

बात नहीं करने की शायरी (Baat Nahi Karne Ki Shayari) में भावनाएं, एहसास और महसूस की गहराई समाई होती है। ये शायरी उदासी, तन्हाई, दर्द और विरह के भावों को छूने की क्षमता रखती है। इसमें हमारे व्यक्तित्व की सत्ता और गहराई छिपी होती है जो शब्दों के माध्यम से व्यक्त होती है। इसके माध्यम से हम अपनी अस्तित्व की महत्ता को महसूस करते हैं और अपने मन की गहराइयों को समझते हैं।

बात नहीं करने की शायरी (Baat Nahi Karne Ki Shayari) हमें एक नयी पहचान देती है। यह हमें अपने अंदर छिपी हुई ताकतों की पहचान करवाती है और हमें उन्हें सही दिशा में उपयोग करने की क्षमता प्रदान करती है। इसके माध्यम से हम अपनी स्वाभाविक क्षमताओं को पहचानते हैं और उन्हें विकसित करते हैं।

Best Baat Nahi Karne Ki Shayari

खामोशी ने सिखाया है, 
बातों से ज्यादा खूबसूरत होती है अकेलेपन की वो अदा।

जब बात नहीं करनी होती है, 
तो शब्दों में छुपी होती है हमारी सबसे गहराई।

दिल के बाजार में जब भीड़ होती है, 
बातों का कोई दाम नहीं होता।

दूसरों से दूर रहना सीखा दिया है मुझे, 
बात नहीं करने की कला से हैं मेरी प्यारी अलविदा।

जब बातें बन जाती हैं आवाज़, 
तब दिल की भावनाएं चुपचाप होती हैं समझदार।

शब्दों के बहाने छिपाता हूं अपनी ख़ामोशियों को, 
बात करने से देता हूं उन्हें ज़्यादा तोड़ फोड़।

दिल की अहमियत समझी है ख़ामोशी ने, 
इसलिए खो दिया है बातों के मधुर संगीत में बीता हुआ वक़्त।

जब दिल चाहता है बातें करनी, 
तब ज़बान ज़िद करती है चुप रहने की और जुबानी।

अकेलापन में जब आंसू निकलते हैं, 
तो दर्द की कहानियों की बातें जुबान से ज्यादा होती हैं।

बातों की कभी कमी नहीं होती, 
जब तन्हाई में अपनी ख़ामोशी से ख़यालों की बातें करते हैं।
सब कुछ कह जाते हैं दिल के बीच के इशारे, 
जब शब्दों के साथ छुपा रहती हैं बातों की सच्चाई।

जब शब्द बचाने बहाने मिल जाते हैं, 
तो दिल की बातें अनकही रह जाती हैं अकेलेपन में।

ख़ामोशी में बातें छुपी होती हैं, 
जब दिल को भावनाएं फहमाने की दिलचस्पी होती है।

आँखों में खो जाती हैं बातें, 
जब दिल में छुपी उलझनों की ज़रूरत होती है।

जब दिल की बातें ना कह सको, 
तो शब्दों से ज्यादा गहराई होती है आंखों की बातें।

ख़ामोशी में छिपी होती हैं असली राज़, 
जब दिल के बातें होती हैं सबसे ख़ास।

जब शब्द नहीं होते काफी, 
तो आंखों में छुपे आंसू बयां कर देते हैं बातें।

जब बातों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब अकेलेपन में ही ख़ुद से ख़ास बातें होती हैं।

अनदेखी सी करती हैं ख़ामोशी, 
जब शब्दों से नहीं होती बातें साथी।

दिल की बातें समझती हैं ख़ामोशी, 
जब ज़ुबान चुप होती है और दिल खोल देता है पर्दा।

Baat Nahi Karne Ki Shayari

बात करने के लिए शब्दों की ज़रूरत नहीं, 
जब दिल के भाव बयां कर देते हैं आंखें।

ख़ामोशी से कह देती हैं बातें, 
जब ज़ुबान नहीं होती शब्दों की ज़रूरत।

दिल की बातें ज़्यादा कह जाती हैं ख़ामोशी में, 
जब लफ़्ज़ों की ज़रूरत नहीं होती।

जब शब्द थक जाते हैं बातें करके, 
तब ख़ामोशी में ही छुपा होती हैं सच्चाई।

दिल के ख़ामोश तबस्सुम को समझती हैं ख़ामोशी, 
जब शब्दों का इशारा होता हैं बातों की।

जब शब्दों से भरी होती हैं दुनिया, 
तब ख़ामोशी में ही बसती हैं ख़ुद की दुनिया।

दिल की बातें कहती हैं ख़ामोशी, 
जब दिल में उलझनें होती हैं और ज़ुबान नहीं होती।

बातों में कभी अहमियत नहीं होती,
 जब ख़ामोशी में छिपी होती हैं सच्चाई।

जब शब्दों के साथ लड़नी होती हैं, 
तब ख़ामोशी सबसे बेहतरीन जवाब देती हैं।

बात करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब आंखों में छुपी होती हैं ख़ामोशी की कहानियां।
जब शब्द नहीं होते काफी, 
तब दिल में बसी होती हैं ख़ामोशी की मिठास।

ख़ामोशी के बीच बहती हैं बातें, 
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।

जब ज़ुबान नहीं होती दिल के लिए, 
तब ख़ामोशी बयां कर देती हैं बातें।

बातें करने के लिए शब्दों की ज़रूरत नहीं, 
जब दिल के भाव छुपा होता हैं।

जब शब्दों से नहीं होती बातें, 
तब आंखों की बातें सबसे गहरी होती हैं।

ख़ामोशी में छिपी होती हैं दिल की दरारें, 
जब शब्दों में नहीं होती उनकी पहचान।

दिल के भाव जब नहीं समझे जाते, 
तब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती बातें करने की।

जब शब्द नहीं होते समझाने के लिए, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं बातों की ज़बान।

दिल की भावनाएं जब नहीं बयां कर सकती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे बेहतर बातें।

बातों में कभी सच्चाई नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही छिपी होती हैं उसकी कहानी।
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे प्यारी मुलाक़ात।

बात करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब दिलों की एक दूसरे से छुपी होती हैं बातें।

जब दिल की बातें बनती हैं ख़ामोशी, 
तब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।

ख़ामोशी में छुपी होती हैं सच्चाई, 
जब शब्दों में नहीं होती वह ताक़त।

जब दिल की बातें होती हैं ख़ामोशी में, 
तब शब्दों की क्या हासिलत।

बातें करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही सब समझ जाते हैं।

जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब दिल में छुपे अहसास ही बातें कह जाते हैं।

ख़ामोशी में छुपी होती हैं अनबन,
 जब दिल से आती हैं उनकी पहचान।

जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं समझदारी की निशानी।

बात करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब आंखों में छुपी होती हैं सच्चाई।

बात नहीं करने की शायरी

जब दिल की बातें होती हैं ख़ामोशी में, 
तब शब्दों की क्या ज़रूरत।

ख़ामोशी से कह देती हैं बातें, 
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।

जब शब्द नहीं होते समझाने के लिए,
 तब ख़ामोशी ही होती हैं समझदारी की भाषा।

बातें करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही सब जान जाते हैं।

जब शब्दों से नहीं होती बातें, 
तब आंखों की बातें सबसे गहरी होती हैं।

ख़ामोशी में छिपी होती हैं दिल की दरारें, 
जब शब्दों में नहीं होती उनकी पहचान।

दिल के भाव जब नहीं समझे जाते, 
तब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती बातें करने की।

जब शब्द नहीं होते समझाने के लिए, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं बातों की ज़बान।

दिल की भावनाएं जब नहीं बता सकती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे बेहतर बातें।

बातों में कभी सच्चाई नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही छिपी होती हैं उसकी कहानी।
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब दिल में छुपे अहसास ही बातें कह जाते हैं।

ख़ामोशी में छुपी होती हैं सच्चाई, 
जब शब्दों में नहीं होती वह ताक़त।

जब दिल की बातें होती हैं ख़ामोशी में, 
तब शब्दों की क्या हासिलत।

बातें करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही सब समझ जाते हैं।

जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे प्यारी मुलाक़ात।

बात करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब दिलों की एक दूसरे से छुपी होती हैं बातें।

जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे मिठास।

ख़ामोशी से कह देती हैं बातें, 
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।

जब शब्द नहीं होते समझाने के लिए, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं समझदारी की भाषा।

बातें करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब ख़ामोशी में ही दर्द समझ लेते हैं।

New Baat Nahi Karne Ki Shayari

जब शब्दों से नहीं होती बातें, 
तब आंखों की बातें सबसे अनमोल होती हैं।

ख़ामोशी में छुपी होती हैं दिल की बातें, 
जब शब्दों में नहीं होती वह ख़ुशी।

दिल के भाव जब नहीं समझे जाते, 
तब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती बातें करने की।

जब शब्द नहीं होते समझाने के लिए, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं बातों की ज़बान।

दिल की भावनाएं जब नहीं बता सकती, 
तब ख़ामोशी ही होती हैं सबसे प्रभावशाली।

बात करने की ज़रूरत नहीं होती, 
जब आंखों में छुपी होती हैं ख़ामोशी की कहानियां।

जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती, 
तब दिल में बसी होती हैं ख़ामोशी की मिठास।

ख़ामोशी के बीच बहती हैं बातें, 
जब शब्दों की ज़रूरत नहीं होती।

जब ज़ुबान नहीं होती दिल के लिए, 
तब ख़ामोशी बयां कर देती हैं बातें।

बातें करने के लिए शब्द नहीं, 
जब ख़ामोशी सबसे बेहतर संवाद कर लेती हैं।

People also Read – Funny Shayari in Hindi | बेस्ट फनी शायरी इन हिंदी

Leave a Comment